आज के इस लेख में मै आप सभी प्रिय Hanuman भक्तो को Hanuman Chalisa का PDF hindi में प्रदान करने का काम करूँगा। ताकि आप सब Hanuman Chalisa के PDF से देख कर हनुमान चालीसा का पाठ कर सके और अपनी इच्छा अनुसार हनुमान जी से आशीर्वाद ले सके।
हनुमान चालीसा को श्री गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा लिखा गया था। जिसमे तीन दोहे और चालीस चौपाइयां है। हनुमान जी राम जी के बहुत बड़े भक्त थे। तो ये ध्यान में रखते हुए तुलसी दास जी ने हनुमान चालीसा के पहले दस चौपाईयों में हनुमान जी के सभी शक्तियों को बताया है और ग्यारह से बीस तक की चौपाईयों में हनुमान के द्वारा राम जी के लिए किये गए कार्यो को बताया गया है। (बनवास की यात्रा में राम जी के लिए हनुमान द्वारा किये कार्यो को बताया है) और इक्कीस से उनतालीस तक के चौपाईयों में बताया गया है की हनुमान जी की वैभव और प्रशंसा के साथ हनुमान चालीसा का महत्व बताया गया है। और चालीसवाँ में हनुमान जी से प्राथना की गई है जिस प्रकार आप के प्रिय प्रभु राम जी जैसे आपके दिल में सदैव रहते है उसी प्रकार आप अपने भक्तो के दिल में भी सदैव रहेंगे जो हनुमान चालीसा का पाठ करेगा।
Hanuman Chalisa PDF in Hindi
PDF INFORMATION | DETAIL |
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Name | Hanuman Chalisa PDF in Hindi | हनुमान चालीसा |
Size | 89 KB |
Langauge | Hindi |
Format | |
Quality | HD |
Link | DOWNLOAD |
Shree Hanuman Chalisa Original Video
Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi (100% Correct Pronunciation)
॥ दोहा॥
श्रीगुरु चरन सरोज रज
निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु
जो दायकु फल चारि ॥
बुद्धिहीन तनु जानिके
सुमिरौं पवन-कुमार ।
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं
हरहु कलेस बिकार ॥
॥ चौपाई ॥
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥
राम दूत अतुलित बल धामा ।
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा ॥
महाबीर बिक्रम बजरंगी ।
कुमति निवार सुमति के संगी ॥
कंचन बरन बिराज सुबेसा ।
कानन कुण्डल कुँचित केसा ॥
हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजै ।
काँधे मूँज जनेउ साजै ॥
शंकर स्वयं/सुवन केसरी नंदन ।
तेज प्रताप महा जगवंदन ॥
बिद्यावान गुनी अति चातुर ।
राम काज करिबे को आतुर ॥
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया ।
राम लखन सीता मन बसिया ॥
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा ।
बिकट रूप धरि लंक जरावा ॥
भीम रूप धरि असुर सँहारे ।
रामचन्द्र के काज सँवारे ॥
लाय सजीवन लखन जियाए ।
श्री रघुबीर हरषि उर लाये ॥
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई ।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं ।
अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं ॥
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा ।
नारद सारद सहित अहीसा ॥
जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते ।
कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीह्ना ।
राम मिलाय राज पद दीह्ना ॥
तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना ।
लंकेश्वर भए सब जग जाना ॥
जुग सहस्त्र जोजन पर भानु ।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं ।
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥
दुर्गम काज जगत के जेते ।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ॥
राम दुआरे तुम रखवारे ।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥
सब सुख लहै तुम्हारी सरना ।
तुम रक्षक काहू को डरना ॥
आपन तेज सम्हारो आपै ।
तीनों लोक हाँक तै काँपै ॥
भूत पिशाच निकट नहिं आवै ।
महावीर जब नाम सुनावै ॥
नासै रोग हरै सब पीरा ।
जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥
संकट तै हनुमान छुडावै ।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै ॥
सब पर राम तपस्वी राजा ।
तिनके काज सकल तुम साजा ॥
और मनोरथ जो कोई लावै ।
सोई अमित जीवन फल पावै ॥
चारों जुग परताप तुम्हारा ।
है परसिद्ध जगत उजियारा ॥
साधु सन्त के तुम रखवारे ।
असुर निकंदन राम दुलारे ॥
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता ।
अस बर दीन जानकी माता ॥
राम रसायन तुम्हरे पासा ।
सदा रहो रघुपति के दासा ॥
तुम्हरे भजन राम को पावै ।
जनम जनम के दुख बिसरावै ॥
अंतकाल रघुवरपुर जाई ।
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई ॥
और देवता चित्त ना धरई ।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई ॥
संकट कटै मिटै सब पीरा ।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥
जै जै जै हनुमान गोसाईं ।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं ॥
जो सत बार पाठ कर कोई ।
छूटहि बंदि महा सुख होई ॥
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा ।
होय सिद्धि साखी गौरीसा ॥
तुलसीदास सदा हरि चेरा ।
कीजै नाथ हृदय मह डेरा ॥
॥ दोहा ॥
पवन तनय संकट हरन,
मंगल मूरति रूप ।
राम लखन सीता सहित,
हृदय बसहु सुर भूप ॥
Hanuman Chalisa Image
निष्कर्ष
इस लेख में मैंने आपको हनुमान चालीसा के बारे में बहुत ही सरल भाषा में बताया है की हनुमान चालीसा में कितने दोहे और चौपाई है और साथ ही में मैंने आपको Hanuman Chalisa PDF in Hindi डाउनलोड करने का फ्री लिंक दिया है और आप सब के लिए मैंने Hanuman Chalisa Lyrics को हिंदी में भी लिख दिया है और उसका एक फोटो बनाकर भी दे दिया है ताकि आप सब हनुमान चालीसा का पाठ करने कोई परेशानी ना हो।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1: हनुमान चालीसा किसने लिखा था?
श्री गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा था।
Q2: हनुमान चालीसा को कैसे पढ़ना चाहिए?
हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले अपने मन को शांत और पवित्र बनाएं ताकि आपका पूरा मन हनुमान चालीसा का पाठ करने में विलीन हो जाये और आप अच्छे से पाठ कर सके। हनुमान चालीसा का पाठ करने का सबसे शुभ दिन है मंगलवार, शनिवार या शुक्रवार को है आप इस दिन चाहे सुबह या फिर शाम को पाठ कर सकते है। और हा अगर आप पाठ करने से पहले स्नान कर लेते है तो वो बहुत ही अच्छा माना जाता है।
Q3: हनुमान चालीसा को एक दिन में कितनी बार पढ़ना चाहिए?
यह बात लोगो के मन पर है क्योकि कई लोग हनुमान चालीसा को दिन में एक बार पढ़ते है या फिर कई लोग होते है जो एक से अधिक बार पढ़ना पसंद करते है और कुछ लोग तो सिर्फ मंगलवार, शनिवार या शुक्रवार को हे पढ़ना पसंद करते है।
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